मुसलमानों के लिए रमजान में रोजे रखना है जरूरी
Sahibganj News : मंगलवार से पुरे भारत सहित झारखण्ड में भी रमजान शुरु हो गया है। गौरतलब है कि नया चांद दिखाई देने पर पवित्र महीना शुरू होने का एलान किया जाता है।
भारत में अक्सर सऊदी अरब के एक दिन बाद ही रमजान की शुरुआत होती है, जहां सोमवार को अरब मे एक रोजा हो गया है। ऐसी स्थिति में भारत में मंगलवार को चांद देखा गया है तो कल से ही रजमान की शुरुआत हो जाएगी।
आपको बता दें कि हर साल रमजान महीने की शुरुआत पिछले साल के मुकाबले 10 दिन पहले होती है और चंद्र वर्ष, सूर्य वर्ष के मुकाबले छोटा होता है। 2020 में रमजान 23 अप्रैल को शुरू हुआ था। रमजान इस्लामी कैलैंडर का नौवां महीना होता है।
इस महीने में दुनिया भर के मुसलमान सुबह से लेकर शाम तक उपवास रखते हैं। इस्लाम में रोजा बुनियादी पांच स्तंभों में से एक है। रमजान का रोजा हर मुसलमान, बालिग और दिमागी रूप से स्थिर शख्स पर फर्ज है। इस महीने की इस्लाम में बहुत बड़ा महत्व है।
रमजान में मुसलमानों को दान-पुण्य (ज़कात) करने पर विशेष जोर दिया गया है। अमीर मुसलमानों को अपनी आमदनी में से ढाई फीसद निकालना वाजिब है। ये रकम गरीबों के बीच वितरित की जाती है।
पवित्र महीना खुद को संयमित और अनुशासित बनाए रखने का नाम है। महीने के आखिरी दस दिनों के दौरान पांच विषम नंबर की रातों में से एक 'लैलतुल कद्र' पड़ता है. 29 या 30 रोजे बीतने पर नए महीने का एलान किया जाता है। नए महीने की शुरुआत खुशियों का त्योहार ईद से शुरू होती है।
Sahibganj News के साथ Telegram पर जुड़े और पाए डायरेक्ट खबर अपने मोबाइल पर, Telegram पर क्लिक करके जुड़ें
Telegram
(Note:- जो लोग साहिबगंज न्यूज़ के ग्रुप 1, 2, 3, 4 और 5 से जुड़ें है वो लोग इस ग्रुप में ज्वाइन नहीं होंगे, चूँकि सभी ग्रुप में एक साथ एक ही न्यूज़ प्रसारित होगा)
By : Sanjay Kumar Dhiraj
0 Response to "मुसलमानों के लिए रमजान में रोजे रखना है जरूरी"
Post a Comment