आइये टीकाकरण करा कर देश को वायरस मुक्त कराने में सहयोग करें
दोस्तों! भारत के साथ - साथ पूरे विश्व में कोरोनावायरस ने अपना भीषण कहर दिखाया है, इस बात से आप सभी वाकिफ भी हैं। लगभग 2 वर्ष के वैज्ञानिकों, चिकित्सा शास्त्रियों, डॉक्टरों के अथक प्रयास के बल पर आज हमारा देश भारत वैक्सीन, कोविड- शील्ड जैसे हथियारों से संपन्न हो गया है।
जिससे कोरोनावायरस को हराया जा सकता है। परंतु अभी भी बहुत सारे लोग हैं, जिन्हें इन वैक्सीन से डर लगता है। या उनके दिमाग में कुछ भ्रम है की वैक्सीन लगाने के पश्चात पता नहीं उसके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
क्या वैक्सीन लेने के बाद उनकी तबीयत पहले से और खराब हो जाएगी? क्या वैक्सीन उनके स्वास्थ्य को ठीक रख सकेगा? क्या इस वैक्सीन से हानिकारक प्रभाव पड़ेगा ? आदि ऐसे कई प्रश्न हमारे तथा आपके मन में उठ रहे होंगे? और यह प्रश्न उठना लाजमी भी है।
दोस्तों! यूं तो वैक्सीन लगाने में किसी भी तरह की समस्या नहीं है। यह वैक्सीन हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधकता उत्पन्न करता है। शरीर को बीमारियों तथा वायरस से लड़ने में सक्षम बनाता है। लेकिन वैक्सीन आने के बाद भी लोग डरे और सहमे हैं।
इसे लेकर घबराहट और भ्रम की स्थिति लगातार बनी हुई है। ऐसा इसलिए, क्योंकि टीकाकरण के कुछ दुष्प्रभाव भी हैं। हालांकि, सबके साथ ऐसा नहीं हो रहा। बल्कि कुछ वर्ग के लोगों में इसके गंभीर साइड इफेक्ट ज्यादा देखने को मिल रहे हैं।
शोधों के अनुसार, पोस्ट वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट लगभग सभी को हो सकते हैं। लेकिन कुछ वर्ग के लोगों में दुष्प्रभाव के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं। खासतौर से महिलाओं और युवा वर्ग में वैक्सीन का प्रभाव ज्यादा है।
वहीं ऐसे लोगों की भी वैक्सीन से सेहत खराब हो रही है, जिन्हें पहले कोविड हो चुका है। इसलिए इन वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन से पहले और बाद में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
कंपकंपी महसूस होना, थकान, मितली, उल्टी, बुखार, सूजन और दर्द, कोरोना वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट्स हैं। कुछ लोगों ने आर्म ( बांह ) पर टीका लगने के कई दिनों बाद तक दर्द और सूजन का अनुभव किया है।
वहीं कुछ लोगों को टीकाकरण के बाद भी बुखार आ रहा है। 60 साल की उम्र से ऊपर वाले लोगों को कमजोरी और थकान की शिकायत है। इसके अलावा ज्यादातर लोग टीकाकरण की जगह पर खुजली, लालिमा और गहरी सूजन का अनुभव कर रहे हैं।
डॉक्टर्स की मानें, तो लोगों को वैक्सीन लगने के बाद भी कुछ दिनों तक आराम करना चाहिए, ताकि वे जल्दी रिकवर हो सकें। अब अंतिम तौर पर मैं अपनी व्यक्तिगत अनुभव आप लोगों से साझा कर रहा हूं।
मैंने अपना वैक्सीन दिनांक 28 मई शुक्रवार को 12: 39 pm में साहिबगंज सदर अस्पताल के ब्लड बैंक वार्ड में जाकर लगाया। टीका लगाने के समय मुझे कुछ भी अनुभव नहीं हुआ। यानी कोई दर्द नहीं हुआ।
इसके पश्चात मुझे आधे घंटे आराम करने के लिए कहा गया। जहां मैंने अस्पताल के वेटिंग वार्ड में बैठकर बिताया। इसके पश्चात घर आकर आराम किया। लेकिन रात 2:45 am में मुझे ठंड लगने लगी और कुछ देर बाद हल्की बुखार आई तथा यह बुखार सवेरे 7:00 खत्म हुआ।
लेकिन शरीर में अभी भी हल्का कमजोरी का अनुभव है, और जिस हाथ में टीका लिया था उस हाथ में हल्की सूजन है। लेकिन इससे यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है कि यह वैक्सीन हमारे शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है।
ऐसा माना जा सकता है कि कुछ तत्कालिक प्रभाव व्यक्ति का शरीर पर तो पड़ता ही है, परंतु यह चिरस्थाई नहीं है।
इसलिए दोस्तों इस समस्या से घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसमें धैर्य और सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
किसी भी प्रकार के मिथक तथा भ्रांतियों से दूर रहें, तथा टीकाकरण महोत्सव का हिस्सा जरूर बनें। तभी स्वास्थ्य स्थिति बेहतर हो सकेगा।कोरोना से लड़ने में हम सभी देशवासियों का सहारा बनेंगे।
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