साहिबगंज के आरण्यक काव्य मंच के फेसबुक पटल पर रायबरेली के गजलकार 'राजकरन' ने बांधा समां
Sahibganj News : रविवार को आरण्यक काव्य मंच साहिबगंज के फेसबुक पटल से काव्य मंच द्वारा बेजोड़ प्रस्तुति दी गई। बता दें कि साहिबगंज का फेसबुक पटल, आज के समय का फेसबुक के प्रतिष्ठित पटलों में से एक है।
पटल के संस्थापक विजय कुमार भारती के स्नेह आमंत्रण पर राजकरन सिंह वरिष्ठ कवि गजलकार मधुकरपुर , रायबरेली (उत्तर प्रदेश) ने आकर अपनी शानदार प्रस्तुति दी। अपने काव्य पाठ की शुरुआत उन्होंने सरस्वती वंदना "वीणा बजाने वाली वीणा की धुन बजा दे" के साथ शुरुआत की।
तत्पश्चात उन्होंने "हे जगत जननी शक्ति स्वरूपानी आज फिर धरनी अकुलाई है" की मार्मिक गायन किया। फिर पेड़ की वेदना के रूप में "कुठारी रोक लो भाई, सकूं से हमको मरने दो" का जबरदस्त पाठ किया।
इसके पश्चात गोपियों और उद्धव के बीच स्वरचित संवाद शैली "दीवानी उस रूप की ओ सखियां, बताओ तुम्हें क्या मिल जाएगा? का मार्मिक गायन किया।
साथ ही छायावादी व श्रृंगार से परिपूर्ण तथा गजल गायन शैली में अपनी बहुत सारी रचनाओं की सारगर्भित प्रस्तुति दी। ढ़ेर सारे श्रोताओं ने पूरे लाइव सेशन को देखा और सैकड़ो दर्शकों श्रोताओं में 50 से ज्यादा प्रतिक्रिया व्यक्त की।
इस लाइव सेशन के दौरान काव्य जगत के ढेर सारे कवि शायर मौजूद रहे। राजकरन की कविताओं को सुनकर सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेंद्र ठाकुर ने की। इस पटल को बुलंदियों तक पहुंचाने मे श्रोताओं के योगदानो को कतई नकारा नहीं जा सकता है।
आज के सम्मानित काव्यजगत के सैकड़ों मनीषी श्रोता के रूप में उपस्थित थे। इसमें प्रमोद निराला, विनय झा, इन्द्रज्योति राॅय, निर्भय, उषा भारती, सपना चंद्रा, सौरव शुक्ला, आनंद कुमार आनंद, अमन कुमार होली, कार्तिक सिंह, सुदामा सिंह,
भगवती रंजन पांडेय ,अभय सिन्हा ,रेणुबाला कुमारी सखी, कवि प्रमोद निराला, शैलेन्द्र राम, सहित अनेकों कवियों एवं साहित्यकारों ने अपनी सराहनीय भूमिका अदा की। यह आरण्यक मंच का 8 वां लाइव सेशन था। अंततः कार्यक्रम संयोजक अवधेश कुमार अवधेश ने धन्यवाद ज्ञापन करके सबों का आभार व्यक्त किया।
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