आरण्यक काव्य मंच साहिबगंज द्वारा नागार्जुन जयंती एवं हूल दिवस पर काव्य संध्या का आयोजन
Sahibganj News : आरण्यक काव्य मंच, परशु शिवांगन, झरना कालोनी, साहिबगंज के तत्वावधान में व राजेंद्र प्रसाद ठाकुर की अध्यक्षता में नागार्जुन जयंती व हूल दिवस पर परिचर्चा एवं कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में दीप प्रज्वलन के बाद विचार गोष्ठी की विधिवत शुरुआत विजय कुमार भारती द्वारा सरस्वती वंदना "मां शारदे तेरी अर्चना में पुष्प अर्पण मैं किस विधि करूं" के साथ हुई।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में नागार्जुन जयंती एवं हूल दिवस पर परिचर्चा व व्याख्यान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। नागार्जुन के व्यक्तित्व पर वरिष्ठ साहित्यकार नवीन चंद्र सिंह (आसनसोल), डॉ. अंजनी कुमार सुमन (मुंगेर) एवं अरुण कुमार सिन्हा, (दुमका) ने अपनेविचार व्यक्त किये।
जबकि हूल दिवस के विषय पर साहित्यकार अंजनी शरण (दुमका) विजय कुमार भारती (साहिबगंज) ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का द्वितीय सत्र काव्यगोष्ठी से प्रारंभ किया गया। द्वितीय सत्र में कवियों ने अपनी कविताओं, गीतों एवं गजलों से काव्य संध्या में चार चांद लगा दिये।
कवि अवधेश कुमार अवधेश (आसनसोल) ने अवधी में "टूटही झोपड़िय अटरिया से पूछे, हमरे घरे कबहूँ अइबू की ना" का मनोहारी गायन किया। वहीं कवि दुर्गेश चौधरी (दुमका) ने अपनी गज़ल "इन शगूफों से हमारी जिन्दगानी नही चलेगी, इन हुकमरानों से कहो अब हुकमरानी नहीं चलेगी।"
ने दर्शकों का दिल जीत लिया। कवि राजकरण सिंह (रायबरेली) ने अपनी गीत "प्रगति काल के एक यात्री को शूलों पर चलते देखा।" के माध्यम से समा बांध दी। कवि अभय कुमार सिन्हा सबौर, (भागलपुर) ने कविता "दूरी से देखने पर हर वस्तु छोटी दिखाई देती है।"
की सारगर्भित प्रस्तुति दी। कवि प्रमोद निराला ( जमालपुर ) "दया वाला हाथ माँ हटा त न लेबु,भूल के इतनी सजा त न देबु।" के गायन से वातावरण भक्तिमय कर दिया। कवि विनय कुमार झा (पटना) ने "सन् 1911में जब जनमानस का सूनापात, उसी समय मिथिला में चमका साहित्य का दिव्य प्रकाश।" के जरिए श्रोताओं का दिल जीत लिया।
युवा कवि अमन कुमार होली (साहिबगंज) ने "वीरों के बलिदानों की अपनी अमर कहानी हो, उबाल रहे इस रक्त में, ऐसा समर जवानी हो।" की जबरदस्त प्रस्तुति देते हुए वीर शहीदों को याद किया।
साथ हीं भगवती रंजन पांडेय (साहिबगंज) ने सफल मंच संचालन करते हुए कार्यक्रम में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक अवधेश कुमार अवधेश ने देते हुए आरण्यक काव्य मंच के इस विशेष कार्यक्रम में जुड़ने के लिए सभी श्रोतागण तथा कवियों, व्याख्याताओं का आभार प्रकट किया।
साथ ही साथ दर्जनों की संख्या में गुगल मीट के आभासी पटल पर श्रोताओं ने अपनी सहभागिता दर्ज की। जिनमें, शैलेन्द्र राम, विद्याधर साह,अनिल कुमार सिंह, आनंद प्रसाद, कुणाल, पवन मिश्रा, श्री राम दुबे, ऋषिकेश कुमार, विद्यापति झा,
श्रीमती रेणुबाला कुमारी, श्रीमती सपना चंद्रा, श्रीमती कविता शर्मा, श्रीमती आरती कुमारी, श्रीमती मयूराक्षी, श्रीमती श्वेता सिंह सहित 30 से अधिक श्रोताओं ने कार्यक्रम से जुड़कर अपनी महती भूमिका अदा की।
Connect with Sahibganj News on Telegram and get direct news on your mobile, by clicking on Telegram
0 Response to "आरण्यक काव्य मंच साहिबगंज द्वारा नागार्जुन जयंती एवं हूल दिवस पर काव्य संध्या का आयोजन"
Post a Comment