छठ घाट को दुल्हन की तरह सजाते हैं
छठ घाट को दुल्हन की तरह सजाते हैं----
हवा में वही हल्का सा सिहरावपन,
फ़िर वही महीना कातिक का आया है!!
फ़िर छठ गीत बजने लगा है चारों ओर,
फ़िर से मन मधुर होने लगा है...!!
फ़िर से छठी मैय्या आने वाली हैं,
फ़िर घाट सजने वाला है..!!
फ़िर कच्चे बांस से बहँगी बनाया जायेगा,
फ़िर से दौरा सजाया जायेगा..!!
फ़िर सबकी मनोकामनाएं पूर्ण होगीं,
फ़िर सभी छठ मैय्या की भक्ती में लीन होंगे..!!
फ़िर हमारा महापर्व देश के कोने-कोने में मनाया जायेगा,
फ़िर हमारा मन छठ पूजा की ख़ुशी से फुले नहीं समायेगा..!!
छठ के लिये हम झारखंडी अपनी मोहब्बत कुछ यूँ दरसाते हैं,
छठ आने से पहले ही हम अपने घर और छठ घाट को दुल्हन की तरह सजाते हैं।
बजरंगी महतो
हिन्दू धर्म रक्षा मंच, प्रदेश महासचिव
साहिबगंज
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