450 सागवान पेड़ों की हुई कटाई, 13 फरवरी को होगी नीलामी, रेंजर पर उठ रहे सवाल, ढंग से जांच कराई गई तो कई सफेदपोशों के चेहरे होंगे बेनकाब
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर के केरा रेंज अंतर्गत पंप रोड स्थित रैयती जमीन पर बिना अनुमति के 450 सागवान वृक्षों की अवैद्य रूप से कटाई का मामला प्रकाश में आया है।
इसके पीछे तर्क दिया गया है कि जमीन मालिक अंचल कार्यालय से वृक्ष काटने का आदेश प्राप्त किया है। लेकिन अंचल कार्यालय से किसी भी वृक्ष को काटने की अनुमती नहीं दी गई है। परंतु अंचल कार्यालय व वनविभाग के मिली भगत से पंप रोड में लगे 450 वृक्षों की कटाई कर निलामी के लिए झारखंड वन विकास निगम के चक्रधरपुर रेंज के चेलाबेड़ा डिपों में रखा गया है। जिसे आगामी 13 फरवरी को निलामी किया जाएगा।
अब देखना है कि मामले का खुलासा होने के बाद संबंधित अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं? इसमें केरा रेंजर अजय कुमार पर भी सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने अंचल कार्यालय द्वारा जारी वृक्ष कटाई आवेदन की सत्यता के बिना जांच किए कैसे पेड़ों को कटवाया? बताया जाता है कि इस मामले में एक दलाल भी शामिल हैं, जिसकी भूमिका हर जगह देखा गया है। अगर आलाधिकारी इस मामले की जांच सही ढंग से करेंगे तो कई सफेदपोशों के चेहरे बेनकाब होंगे।
693 वृक्ष काटने के लिए अंचल कार्यालय में जमा किया गया था आवेदन
चक्रधरपुर निवासी महेश्वर प्रसाद मंडल और श्याम कुमार मंडल द्वारा अपनी रैयत जमीन पर लगे 693 सागवान वृक्षों की कटाई कराने के लिए अंचलाधिकारी को आवेदन दिया गया था। उस आवेदन पर सीआई कृष्णा सोय ने वृक्षों की कटाई से पर्यावरण पर असर पड़ने का हवाला देते हुए आवेदन पर जांच करने की बात कही थी। इसके बावजूद सैकड़ों वृक्ष की कटाई होना जांच का विषय है।
70 लॉट लगाकर निलामी के लिए रखी गई है लकड़ी : भोला हाजरा
झारखंड वन विकास निगम रेंज चक्रधरपुर, चेलाबेड़ा डिपो के कर्मचारी भोला हाजरा ने बताया कि केरा रैंजर द्वारा 450 सागुवान की वृक्ष काट कर डिपु में जमा कराया गया है। इसके तहत 70 लॉट निलामी के लिए लगाया गया है। जिसकी निलामी आगामी 13 फरवरी को पंप रोड डिपो में किया जाएगा।
जांच कर होगी कार्रावाई : डीएफओ
पोड़ाहाट डीएफओ आलोक वर्मा ने कहा कि इस मामले की मुझे जानकारी प्राप्त है। अगर गलत हुआ है तो उसकी जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हांलाकि उन्होंने यह भी कहा कि वृक्षों की कटाई में नियमों का पालन किया गया है।
वृक्ष कटाई की नहीं दी गई है किसी प्रकार की अनापत्ति प्रमाण पत्र : अंचलाधिकारी
चक्रधरपुर अंचलाधिकारी बाल किशोर महतो ने कहा कि वृक्षों की कटाई के लिए कार्यालय से किसी प्रकार की किसी को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है, और ना ही इसकी मुझे जानकारी है। अगर बड़े पैमाने में वृक्षों की कटाई हुई है, तो मामले की जांच कर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह एक गंभीर मामला है।
चाईबासा वन विभाग कार्यालय से रिपोर्ट : रेंजर
केरा वन क्षेत्र पदाधिकारी अजय कुमार ने पिछले दिनों वृक्ष कटाई के मामले में कहा था कि 400 वृक्षों की कटाई हुई है। इसकी विस्तृत जानकारी चक्रधरपुर वन विभाग कार्यालय से प्राप्त कर लें, लेकिन इसके बाद मामले में फंसता देख उन्होंने अपना बयान बदलते हुए कहा कि चाईबासा डीएफओ कार्यालय से सूचना प्राप्त करें।
जानकार सूत्र और वन विभाग के कर्मचारी बताते हैं कि रेंजर ने स्वयं खड़े होकर 450 वृक्षों की कटाई कराई है। जिसका परमिट भी उन्होंने जारी किया है। हालांकि रेंजर का बयान और लोगों के बयान में फर्क नजर आ रहा है। कुल मिलाकर कितने पेड़ों की कटाई हुई है, यह भी अब तक साफ नहीं हो पाया है।
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