संथाल परगना में आदिवासी है खतरे में: बाबूलाल मरांडी, पाकुड़ व साहिबगंज जिले में घुसपैठियों की संख्या में हुई है वृद्धि
पाकुड़ : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पाकुड़ पहुंचे। पाकुड़ परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि आजादी के बाद नरेंद्र मोदी दूसरा प्रधानमंत्री है, जिन्होंने दो बार लगातार अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक कर तीसरी बार प्रधानमंत्री बने।
हर बूथ में कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तंज कसते हुए कहा कि हेमंत सोरेन साढ़े चार वर्षों से नियुक्तियां पत्र ही बांटते आ रहे है। आज संथाल परगना खतरे में है, बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहंगियों की संख्या दिन व दिन पाकुड़ और साहिबगंज जिले में बढ़ती जा रही है,
जो एक चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर अब तक महज आदिवासियों की संख्या संथाल परगना में रिकॉर्ड के आधार पर अगर देखा जाए तो 20 से 25% ही रह गई है ,जो पहले लगभग 40 से 45% तक थी। वहीं, मुस्लिम समुदाय की आबादी में बढ़ोतरी 9% से लेकर अब 22% तक हो चुकी है।
इस बार लोकसभा चुनाव में हर बूथ पर बड़े पैमाने पर मतदाताओं की संख्या बढ़ी है, जो 100% से ज्यादा दिख रही है। दरअसल बांग्लादेश से आ रहे या ला रहे रोहंगियाओ को आसानी से आधार कार्ड यहां के जनप्रतिनिधि चाहे मुखिया हो या जिला परिषद, विधायक, सांसद प्रमाणित कर बनवा देते हैं।
यह लोग जमीन भी यहां खरीद लेते हैं, जो एक चिंता का विषय है। अगर हमारी सरकार बनती है तो हमारा सबसे पहला काम इन्हीं मुद्दों पर रहेगा और इसे कैबिनेट में पास करवाया जाएगा। इस बार एनडीए झारखंड में सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मौके पर साहिबगंज और पाकुड़ के भाजपा के कई पदाधिकारी मौजूद थे।
By: Sanjay Kumar Dhiraj
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